Skip to main content

What is the multimeter how to use and work a multimeter


हेल्लो दोस्तो नमस्कार आप लोगो ने हमे इतना प्रेम स्नेह दिया उसके लिये मै आप लोगो का बहुत ही शुक्रगुजार हू मगर मुझे खेद है की मै इस काबिल नही था यह तो आप सभी मित्रो का प्रेम और स्नेह ही जो इस लवरिस जिसका नाम सिर्फ उसके परिजन और मित्र ही जाना करते थे जो एक सडक पर पडा  कंकड था उसे  आप लोगो ने अपना समझ कर इस कदर नया रूप नयी पहचान नयी चमक दिया की वह पल मात्र मे ही मेरे भीतर छुपा हुआ हुनर बाहर आया जिसके दावेदार सिर्फ और सिर्फ आप लोग है और हर वो शख्स है जिसने मुझे से कभी भी किसी भी हाल मे कैसा भी व्यवहार किया हो और हमारी वो मा है जिन्होने हज़ार मौत की दर्द को सह कर भी मुझे अपने गर्भ मे 9 माह का वक्त दिया हमारे पिता जी जिन्होने बदी हाय शख्ती से पाल पोष कर ये काबिल बनाया और सभी से परे है हमारी दादी जिनका दीया संस्कार आज भी और हमेशा ही हमारी रघो मे खून बन कर दौड रहा है 

मै आप सभी लोगो का दिया कर्ज तो मृत्यू के बाद भी नही चुका सकता लेकिन हा  मै आपको यह वचन देता हू की मैअपनी जानकारी काबिलियत हुनर तजुर्बे और अपनी ताकत  जो उस प्रकृति ने हमे प्रदान किया है के माध्यम से उन लोगो की मदत जरुर करूंगा जो हमशे या आपसे या उस परम पिता परमात्मा से आश लगाये बैठा है 
 तो मित्रो मै उसी मदद करने की भावना की वजह से आप सभी को कुछ जानकारी देना चाहता हू 
जिस चीज का नाम मल्टी मीटर है 


मै इसके पहले भी अपने ब्लोग मे बताया हू की विद्युत दाब को नापने के लिए हम वोल्ट मीटर का विद्युत धारा के लिये एम्पियर मीटर अवरोध के लिये रजिस्टेंस मीटर प्रयोग करते है और इन सभी चीजो को एक हो यंत्र से नापा जाय उस यंत्र का नाम मल्टी मीटर कहलाता है यह एक से अधिक मीटर का संयोजन है 
यह इलेक्ट्रानिक और इलेक्ट्रिकल दोनो जगह पर प्रायोगशील है 
इससे हम वोल्टेज प्रवाह अवरोध कान्टीन्युटी टेस्ट क्लिक टेस्ट व अन्य भी इलेक्ट्रिक  पुर्जे की जाँच की जा सकती हैं मीटर के विद्युत दबाव करंट अवरोध नापने के लिये जरूरी है कि यांत्रिक बल मे परिवर्तन लाया जाय इसी बल के माध्यम से सांकेतिक सुई को मीटर स्केल पर चलाता है इसके लिये नार्मल मीटर मे चुम्बकीय प्रभाव उत्त्पन्न  किया जाता है ऐसे मीटर को इन्डिकेटीन्ग आर डीप्लेक्शन टाइप मीटर कहा जाता है इनकी सुई एक मोविंग सिस्टम से जुडी होती है  क्वाइल और चुम्बकीय क्षेत्र दोनो के पारस्परिक प्रभाव पर आधारित है




::मल्टी मीटर से अवरोध नापने के नियम::
    स्केल         प्रति खाने का मान
       (10किलो ओम्स की रेंज)

0 से 70 ओम         2 ओम्स

70 से 100 ओम       5 ओम्स

100 से 200 ओम      10 ओम

200 से 400 ओम      20 ओम

400 से 500 ओम      50 ओम

500 से 1 किलो ओम   100 ओम

1 किलो से 5 किलो ओम 1 किलो ओम

5 किलो से 10 किलो ओम 5 किलो ओम

      (1 मेगा ओम्स की रेंज)

0से 7 किलो ओम     200 ओह्म 

7 से 10 किलो ओम   500 ओम

10 से 20 किलो ओम  1 किलो ओम

20 से 40 किलो ओम  2 किलो ओम

40 से 50 किलो ओम  5 किलो ओम

50 से 100 किलो ओम 10 किलो ओम

100से 500 किलो ओम 100 किलो ओम

500 से 1 मेगा ओम  500 किलो ओम


  《 :::::::करेंट नापना ::::::: 》

सान्वा p 3 से करेंट जानने केलिए सर्किट मे लोड के सीरिज मे लगाते है इस मीटर करंट के लिये 3 रेंज है जो क्रमशः है 250 मिली एम्पियर 10 मिली एम्पियर 0•25 या 250 माइक्रो एम्पियर की है इनमे बडी ईकाई 250 मिली एम्पियर व छोटी 0•25 मिली एम्पियर है।250 मिली एम्पियर (MA) मे नापते समय DCV ऐण्ड A स्केल का 0 से 250 का स्केल काम मे लेते है जो छोटे खाने 5 मिली अम्पियर MA होता है 10 मिली एम्पियर का करेंट नापते समय DCV ऐण्ड A स्केल का 10 मिली एम्पियर MA काम मे लेटे है 250 माइक्रो एम्पियर करंट नापते समय DCV ऐण्ड A स्केल का 0 से 250 वल स्केल काम मे लेटे है और माइक्रो एम्पियर (UA) मे पढ़ते है स्केल मे सबसे छोटे खाने का मान 5 मिली एम्पियर होता है

  ::::DC वोल्ट नापने का तारीका ::::

सान्वा p 3 मे DC नापने के 4 रेंज है







10वोल्ट(DC) नापते समय DCV ऐण्ड A स्केल का 0 से 10 का स्केल अपनाते है।

50 वोल्ट(DC)नापते समय DCV ऐण्ड A स्केल का 0 से 50 का स्केल अपनाते है

250 वॉल्ट DC  नापते समय DCV ऐण्ड A स्केल का 0 से 250 का स्केल अपनाते है

1000 वॉल्ट DC नापते समय DCV ऐण्ड A स्केल का 0 से 1000 का स्केल अपनाते है

     ::::AC वॉल्ट नापना:::::

सान्वा p 3 मे ए सी वॉल्ट नापने के कुल 5 रेंज है






इनमे  10 वॉल्ट 50 वॉल्ट 250 वॉल्ट 1000 वॉल्ट की रेंज को डी सी की तरह नापते है
केवल 10 वॉल्ट की रेंज को नापने के लिये स्केल को AC 10 V पढ़ते है
Ac  को नापते समय dcv ऐण्ड a के स्केल से नाप कर प्राप्त मान मे 10 से गुणा कर देते है   मतलब 10 को 100 और 20 को 200 30 को 300 पढेगे 
  ::::केपेसिटर का मान जानना::::

 केपेसिटर का मान नापने की ईकाई फैराड है -:
इसकी छोटी ईकाई क्रमशः-:

पीको फैराड     -(सबसे छोटी इकाई)

किलो पीको फैराड

माइक्रो फैराड

किलो माइक्रो फैराड

0.0001 माइक्रो फैराड से 0.6 माइक्रो फैराड तक के केपेसिटर की मान ज्ञात कर सकते हैं

इनका मान ज्ञात करने के लिये 2 रेंज दिया है
(1)- on ac 250 volt range

केपेसिटर को 250 वॉल्ट ए सी रेंज की सीरिज मे लगा कर 250 वॉल्ट ए सी सप्प्लाई देकर मान ज्ञात कर सकते है इसके लिये मीटर के स्केल मे 0 से 0•3 माइक्रो फैराड का स्केल दिया गया है इसमे ए सी की दो फ्र्व्क्वेन्सी है 50c/s और 60c/s के लीये 2 अलग अलग स्केल दिये गये है।

(2) -on  ac 10 volt range

सांव p 3 मे 0 से 0•6mf तक के केपेसिटर का मान ज्ञात करने के लिये 1 स्केल है केपेसिटर को 10 वॉल्ट ए सी रेंज की सीरिज मे  लगा के 10 वॉल्ट ए सी सप्प्लाई देते है

नोट-:

यह जरुरी है की ए सी वॉल्ट 250 वॉल्ट तथा 10 वॉल्ट होना चाहिये और ए सी फ्रिक्वेंसी 50 c/s व 60 c/s होना चाहिये।

  《1 मेगा ओम से ऊपर के रजिस्टेंस का मान जाने》

सान्वा p 3 से चेक करने के लिये 250 वॉल्ट डी सी के रेंज मे एक डायोड BY127 के साथ  लगा के 250 वॉल्ट डीसी सप्प्लाई देते है जरुरी है की दी हुई सप्प्लाई 250 वॉल्ट डीसी ही हो

                 《आवज की तीव्रता》

स्पीकर चेक करते समय मीटर 10 या 50 वॉल्ट
एसी रेंज मे पेरेलल मे लगा कर सप्प्लाई देते है

                 《इंडेक्तटेन्स नापना》

1 हैनरी= 1000 मिली हैनरी (MH)
इसे चेक करने के लिये 10 MH से अनलिमिटेट MH तक  चेक करने के लिये 10 वॉल्ट एसी सप्प्लाई देना होगा यहा एसी की 2 फ्रिक्वेंसी है 50c/s  60c/s  है

              《 कान्टीन्युटी चेक करना》

 कान्टी न्युटी चेक करने के लिये मीटर को 10 किलो ओम या 1 मेगा ओम प्रयोग कर सकते हैजब मीटर के दोनो प्रोब आपस मे टच करते है तो शुन्य अवरोध दिखा कर सुई दुसरी और चली जय है प्रोब के हटते  ही  सुई सामान्य अवस्था मे आ जाता है



             ☆  Digital multimeter  ☆


                     ■    DT1000     ■


              《इनमे माप के सामान्य नियम》

अवरोध नापने के लिये

DT1000 मे अवरोढ़ नापने के लिये कुल रेंज

A. 200 ओम  रेंज           (200Ω)

B. 2 किलो ओम रेंज        (2kΩ)

C. 20किलो ओम रेंज      (20k Ω)

D. 200 किलो ओम रेंज   (200kΩ)

E. 2 मेगा ओम रेंज         (2M Ω)

F. 20 मेगा ओम रेंज       (20MΩ)

Note-: पहले स्लेक्टर स्विच को वछित रेंज पर लाते है।
और फिर रजिस्टेंस के एक सीरे पर com नोब और दुसरे पर लाल नोब रखते है
डिस्प्ले पर दिख रहा अंक ही  रजिस्टेंस का मान होता है

          《DC वॉल्ट नापना》

A. 200 mili volt range.

B. 2 volt range.

C. 20 volt range.

D. 200 volt range.

E. 1000 volt range.

Note-: पहले ac/dc  सिलेक्टर स्वीच को dc  मे लाते है
और रोटरी स्वीच को वांछित रेंज मे लाते है

 Com प्रोब को कोमन प्लग मे और लाल प्रोब को v ओम प्लग मे लगते है

डिस्प्ले पे दिख रही रीडींग ही dc वॉल्ट बताता है


               《DC करेंट नापना》

A. 200 microampiar range.

B. 2 miliampiar range.

C. 20 miliampiar range.

D. 200miliampiar range.

E. 10 ampiar range.

Note-: 
 पहले सिलेक्टर स्वीच को वांछित रेंज पे ले जावे।
यदि नापी जाने वाली करेंट के  मान की कोई निश्चित सम्भावना न हो तो हमेशा स्वीच ऊची रेंज पर रखे
मीटर के दोनो प्रोब से DC  के +और - को टच करे डिस्प्ले पे दिख रही रीडींग  ही  करेंट का मान होता है

            《AC वॉल्ट नापना》

A. 200 mili volt range.

B. 2 volt range.

C. 20 volt range.

D. 200 volt range.

E. 750 volt range.
 यहा भी बिल्कुल वही प्रक्रिया करते है बस ac/dc सिलेक्टर स्वीच को ac  रेंज मे रखते है

              《AC करेंट नापना》

A. 200 microampiar range.

B. 2 miliampiar range.

C. 20 miliampiar range.

D. 200 miliampiar range.

E. 10 ampiar range.

NOTE-: AC करेंट भी ठीक DC करेंट की तरह ही  नापते है बस DC करेंट के लिये AC/DC सिलेक्टर स्वीच DC रेंज पर रखते है और AC के लिये AC रेंज पर रखते है


Note. इसमे 9 वॉल्ट बैटरी प्रायोगिक है
          इसमे आन आफ स्वीच होता है
          इसमे डिजिटल डिस्प्ले होता है
         ये बिल्कुल सही मान बताता है
         बैटरी low होने डिस्प्ले पे लिख कर आता है

                《MIC-16H/16F》

MIC-16H/16F मे DT1000 से जो अतिरिक्त सुविधाएँ

A- इससे हम 20 माइक्रो फैराड(UF) तक के केपेसिटर  का मान ज्ञात कर सकते है। इसमे और बाकी जो भी सुविधा है वो सब DT1000 मे भी है

                《 प्रायोगिक तरीका 》                 

             1-: केपेसिटेन्स नापना

कुल रेंज -:5

1. 2nf or 2 kpf range.

2. 20nf or 20 kpf range.

3. 200nf or 200 kpf range.

4. 2uf or 2mfd range.

5. 20uf 20mfd range.

Note-:   पहले मीटर के सिलेक्टर स्वीच को वांछित रेंज पे ले जाये।

केपेसिटर की दोनो को क्रमशः मीटर के दोनो प्रोब से  साथ ही मे टच करे।

डिस्प्ले पे दिख रहा अंक ही  केपेसिटर का मान होता है।

               《डायोड चेक करना》

पहले सिलेक्टर स्वीच को डायोड के ग्राफिकल निशान पे लाते है

A उसके बाद डायोड के उस सीरे जिस पर रिंग जैसा कलर लगा होता है उस पर com प्रोब रखते हैऔर दुसरे सीरे पर लाल प्रोब रखते है तो मान बहुत कं आएगा

B यदि डायोड के कलर सीरे पे लाल प्रोब और और दुसरी तरफ com प्रोब  रखते है तो मान बहुत अधिक आता है

यदि A स्थिती मे मीटर डिस्प्ले 000 दिखाता है तो डायोड शार्ट होता है

यदि A स्थिती मे मीटर डिस्प्ले.1 दिखाता है तो डायोड ओपेन है

              《कान्टीन्युटी चेकिंग》

पहले सिलेक्टर स्वीच को बीप के नीशान पर लाते  है
और फिर काले प्रोब को एक सीरे मे लाल प्रोब को दुसरे मे लगते है
यदि इन के मध्य 30 ओम से कमअवरोध रहेगा तो बीप के ध्वनी आयेगी और ध्वनी न आने का मतलब इनके मध्य कान्टीन्युटी नही है



              《ट्रांज़िस्टर की hfe नापना》

MIC16H के अलाव किसी अन्य मीटर मे नही होती है
इसी लिये निम्न तरीका अपनाते है -

पहले रोटरी को hfe की तरफ सिलेक्ट करते है
अब ट्रांज़िस्टर पिनोको p-n-p और n-p-n के अनुशार hfe सॉकेट मे लगाते है
अब पॉवर स्वीच आन करे
डिस्प्ले पे hfe मान को पढे यह मान निम्न टेस्ट -स्थितियो मे सही होगा जब की Ib =10uA और VcE =2•8v हो
यदि सॉकेट मे लगने पर डिस्प्ले पर 000 आये इसका मतलब npn ki जगह pnp लगा हुआ है


Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

NX AUDIO MT 1601 POWER AMPLIFIER

 NX AUDIO IS VARY TRUSTED COMPANY IN AUDIO SYSTEM 'S FIELD. NX AUDIO IS ESTABALIST IN MUMBAI UPTO 60 YEARS ABOVE OLD COMPANY THAT IS KNOWN AS TRUST SEAL OF EVERY  SETIESFIED CUSTOMER. THAT REASION IS NX AUDIO RELIESED MULTIPLE NEW  IN EVERY YEAR. AND NX AUDIO IS LAUNCHED A MT SERIES POWER AMPLIFIER KNOWN AS MT 1601. THIS AMPLIFIER IS BUILDE WITH DUAL CHANAL THAT IS PRODUECE 3000 WATT IN EVERY CHANAL  ON 2 OHMS. AND 2250 WATT ON 4 OHMS. AND 1700 WATT ON 8 OHMS. AND 4200 WATT ON 8 OHMS BRIDGE MODE. AND 5800 WATT ON 4 OHMS BRIDGE MODE. AND SENSTIVITY OF THIS AMPLIFIER IS 103dB. DAMPING FACTOR OF THIS AMPLIFIER IS UPTP 1000. THIS AMPLLIFIER IS RESPONSING ON 20Hz TO 20KHz. THIS  H CLASS AMPLIFIRE THAT MEANS ITS VARRY STRONG AMPLIFIER. DIMENTION OF THIS AMPLIFIRE IS 482*132*483 IN mm.. WAIGHT OF THIS MACHIN IS 47 KG. IF YOU WANT TO BUY THIS AMPLIFIRE OR START DJ BUSINESS THEN YOU SHOULD CONDECT ON 9967696536. OR VISIST OUR SHOP Girija Sound Solution  ADD. SHOP N0...

Esp 32 datasheet

ESP32 ESP32 Wi-Fi feature key 802.11b/g/n 802.11h(2.4Ghz)up to 150 mbps. Wmm Tx/rd a-MPDU,RX-MAP Immediate block ACK Defragmentation Automatic Basco monitaring(hardware tsf) 4x virtual Wi-Fi interfaces BT KEY feature compliant with BT V4.2 BR/SIR and BEL specification. Class 1,2,3,transmitter without external power amplifier Enhancer power control +12 dbm transmitting power NZIF ricciever with -97 dbm BEL sensitivity Adaptive friquancy napping (AFH) Standard speed HCI base on SPIO SPI UARD High speed UARD HCI up to 4 mbps BT4.2 BR/EDR BLE doule mode controllar Synchronous connection oriented extended (SCO/eSCO)CVSD and SBC for audio codec. BT piconet and scattered Multi connections in classic BT and BEL. Simultaneous advertising and scanning M MCU and advanced feature

Jaaniya ki power supply Kya hota hai

☆ पावर सप्प्लाई क्या होता है? प्रजेंट टाइम में सॉलिड स्टेट उपकरण अर्थात ऐसे इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इलेक्ट्रिकल जिनमें ट्रांजिस्टर या इंटीग्रेटेड सर्किट का प्रयोग किया जाता है अधिक मात्रा में बनाए जा रहे हैं इन उपकरणों के लिए ऐसी पावर सप्लाई की आवश्यकता होती है जिसमें सामान लोड पर करंट और वोल्ट का मान स्थिर रहे स्थिर सप्लाई केवल सेल या बैटरी से ही प्राप्त किया जा सकता है अन्य सभी माध्यमों से प्राप्त होने वाली विद्युत सप्लाई को प्रयोग करने से पहले आवश्यकतानुसार स्थिर करना  पडता है। किसी भी इलेक्ट्रिक होम अप्लायंस की पावर सप्लाई उसके आवश्यकता पर निर्भर करती है  AC  मेंस से अधिकतर 180 वोल्ट से 300 वोल्ट AC विद्युत प्राप्त होती है पावर सप्लाई विभाग इस विद्युत को वंचित DC सप्लाई में बदलता है। ☆Types of power supply part.-: पावर सप्प्लाई विभाग के प्रकार-: इलेक्ट्रिक होम अप्लायंस में प्रयोगिक पावर सप्लाई विभाग तीन प्रकार से बनाए जाते हैं-: 1-: अनरेगुलेटेड पावर सप्लाई । 2-:  नॉर्मल रेगुलेटेड पावर सप्लाई । 3-:  फुल रेगुलेटेड पावर सप्लाई । 1-: Unregulated pow...